Gaye Ja Geet Milan Ke (Mela) Songtext
von Mukesh
Gaye Ja Geet Milan Ke (Mela) Songtext
गाए जा गीत मिलन के, तू अपनी लगन के
सजन घर जाना है
गाए जा गीत मिलन के, तू अपनी लगन के
सजन घर जाना है
काहे छलके नैनों की गगरी?
काहे बरसे जल?
तुझ बिन सूनी साजन की नगरी
परदेसिया, घर चल
प्यासे हैं दीप गगन के, तेरे दर्शन के
सजन घर जाना है
गाए जा गीत मिलन के, तू अपनी लगन के
सजन घर जाना है
लुट ना जाए जीवन का डेरा
मुझ को है ये ग़म
हम अकेले, ये जग लुटेरा
बिछड़ें ना मिल के हम
बिगड़े नसीब ना बन के, ये दिन जीवन के
सजन घर जाना है
गाए जा गीत मिलन के, तू अपनी लगन के
सजन घर जाना है
डोले नैना प्रीतम के द्वारे
मिलने की है धुन
बालम तेरा तुझ को पुकारे
याद आने वाले, सुन
साथी मिलेंगे बचपन के, खिलेंगे फूल मन के
सजन घर जाना है
गाए जा गीत मिलन के, तू अपनी लगन के
सजन घर जाना है
सजन घर जाना है
गाए जा गीत मिलन के, तू अपनी लगन के
सजन घर जाना है
काहे छलके नैनों की गगरी?
काहे बरसे जल?
तुझ बिन सूनी साजन की नगरी
परदेसिया, घर चल
प्यासे हैं दीप गगन के, तेरे दर्शन के
सजन घर जाना है
गाए जा गीत मिलन के, तू अपनी लगन के
सजन घर जाना है
लुट ना जाए जीवन का डेरा
मुझ को है ये ग़म
हम अकेले, ये जग लुटेरा
बिछड़ें ना मिल के हम
बिगड़े नसीब ना बन के, ये दिन जीवन के
सजन घर जाना है
गाए जा गीत मिलन के, तू अपनी लगन के
सजन घर जाना है
डोले नैना प्रीतम के द्वारे
मिलने की है धुन
बालम तेरा तुझ को पुकारे
याद आने वाले, सुन
साथी मिलेंगे बचपन के, खिलेंगे फूल मन के
सजन घर जाना है
गाए जा गीत मिलन के, तू अपनी लगन के
सजन घर जाना है
Writer(s): Naushad Lyrics powered by www.musixmatch.com