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Akeli Mat Jaiyo Songtext
von Lata Mangeshkar

Akeli Mat Jaiyo Songtext

अकेली मत जइयो
अकेली मत जइयो

अकेली मत जइयो
नैनों में कजरा डार के
ज़ुल्फ़ों में गजरा डार के
अकेली मत जइयो
(ओ, अकेली मत जइयो)

त न धे रे न, धिन त न-न धे रे न (आ-आ)
त न-न-न-न, धे रे न, धिन त न-न धे रे न

ऐसे मिलेगा कोई सूनी-सूनी राहों में
(ल-ल-ल-ला, ल-ल-ल-ल-ला)
चमक उठेगी जैसे बिजली निगाहों में
ऐसा जिया जाएगा कि ढूँढे नहीं पाइयो

अकेली मत जइयो
(नैनों में कजरा डार के)
ज़ुल्फ़ों में गजरा डार के
अकेली मत जइयो


(ग रे सा रे ग, प म ग रे ग)
प ध स नि, प-प-प म रे, म ग प म ग
(ग रे सा रे ग, प म ग रे ग)

पा के अकली तुझे रोकेंगे सँवरिया
उठ ना सकेगी नीची-नीची सी नजरिया
सर को झुकाय के कँगना घुमइयो

अकेली मत जइयो
(नैनों में कजरा डार के)
ज़ुल्फ़ों में गजरा डार के
अकेली मत जइयो

त न धे रे न, धिन त न-न धे रे न (आ-आ)
त न-न-न, धे रे न, धिन त न-न धे रे न

नैन तुम्हारे मिल जाएँगे जो किसी से
(ल-ल-ल-ला, ल-ल-ल-ल-ला)
लट उलझेगी किसी बाँके परदेसी से
हमरी क़सम, देखो, हमें ना भुलइयो

अकेली मत जइयो
(हो, अकेली मत जइयो)
(नैनों में कजरा डार के...)

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