Paani Re Paani Songtext
von Lata Mangeshkar & Mukesh
Paani Re Paani Songtext
पानी रे पानी
पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा?
पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा?
जिसमें मिला दो लगे उस जैसा
पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा?
जिसमें मिला दो लगे उस जैसा
पानी रे पानी, हो, पानी, पानी रे पानी, ओ
इस दुनिया में जीने वाले ऐसे भी हैं जीते
रूखी-सूखी खाते हैं और ठंडा पानी पीते
इस दुनिया में जीने वाले ऐसे भी हैं जीते
रूखी-सूखी खाते हैं और ठंडा पानी पीते
(तेरे एक ही घूँट से मिलता जन्नत सा आराम)
पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा?
भूखे की भूख और प्यास जैसा
(पानी रे पानी)
हो, पानी, पानी रे पानी, ओ
गंगा से जब मिले तो बनता गंगाजल तू पावन
बादल से तू मिले तो रिमझिम-रिमझिम बरसे सावन
(सावन आया, सावन आया)
(सावन आया, सावन आया)
रिमझिम बरसे पानी
आग ओढ़कर, आग पहनकर
(आग ओढ़कर, आग पहनकर)
(पिघली जाए जवानी)
कहीं पे देखो छत टपकती, जीना हुआ हराम
(पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा?)
दुनिया बनाने वाले रब जैसा
(पानी रे पानी)
हो, पानी, पानी रे पानी, ओ
वैसे तो हर रंग में तेरा जलवा रंग जमाए
वैसे तो हर रंग में तेरा जलवा रंग जमाए
जब तू फिरे उम्मीदों पर तेरा रंग समझ ना आए
कली खिले तो झट आ जाए पतझड़ का पैग़ाम
(पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा?)
सौ साल जीने की उम्मीदों जैसा
(ओ, पानी, ओ-ओ-ओ-ओ-ओ)
(पानी रे पानी तेरा रंग कैसा)
(जिसमें मिला दो लगे उस जैसा)
पानी रे पानी, हो, पानी, पानी रे पानी, ओ
पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा?
पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा?
जिसमें मिला दो लगे उस जैसा
पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा?
जिसमें मिला दो लगे उस जैसा
पानी रे पानी, हो, पानी, पानी रे पानी, ओ
इस दुनिया में जीने वाले ऐसे भी हैं जीते
रूखी-सूखी खाते हैं और ठंडा पानी पीते
इस दुनिया में जीने वाले ऐसे भी हैं जीते
रूखी-सूखी खाते हैं और ठंडा पानी पीते
(तेरे एक ही घूँट से मिलता जन्नत सा आराम)
पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा?
भूखे की भूख और प्यास जैसा
(पानी रे पानी)
हो, पानी, पानी रे पानी, ओ
गंगा से जब मिले तो बनता गंगाजल तू पावन
बादल से तू मिले तो रिमझिम-रिमझिम बरसे सावन
(सावन आया, सावन आया)
(सावन आया, सावन आया)
रिमझिम बरसे पानी
आग ओढ़कर, आग पहनकर
(आग ओढ़कर, आग पहनकर)
(पिघली जाए जवानी)
कहीं पे देखो छत टपकती, जीना हुआ हराम
(पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा?)
दुनिया बनाने वाले रब जैसा
(पानी रे पानी)
हो, पानी, पानी रे पानी, ओ
वैसे तो हर रंग में तेरा जलवा रंग जमाए
वैसे तो हर रंग में तेरा जलवा रंग जमाए
जब तू फिरे उम्मीदों पर तेरा रंग समझ ना आए
कली खिले तो झट आ जाए पतझड़ का पैग़ाम
(पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा?)
सौ साल जीने की उम्मीदों जैसा
(ओ, पानी, ओ-ओ-ओ-ओ-ओ)
(पानी रे पानी तेरा रंग कैसा)
(जिसमें मिला दो लगे उस जैसा)
पानी रे पानी, हो, पानी, पानी रे पानी, ओ
Writer(s): Laxmikant Pyarelal, Inderjit Singh Tulsi Lyrics powered by www.musixmatch.com