Main Sola Baras Ki - [Karz] Songtext
von Lata Mangeshkar & Kishore Kumar
Main Sola Baras Ki - [Karz] Songtext
तू कितने बरस का? तू कितने बरस की?
मैं १६ बरस की, तो मैं १७ बरस का
१६, १७, १७? १६?
मिल ना जाए नैना
एक-दो बरस ज़रा दूर रहना
एक-दो बरस ज़रा दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर ना कहना
मैं १६ बरस की, तू १७ बरस का
मैं १६ बरस की, तू १७ बरस का
मिल ना जाए नैना
कुछ भी हो, मुश्किल है दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर ना कहना
तू १६ बरस की, मैं १७ बरस का
तू १६ बरस की, मैं १७ बरस का
मिल जाए नैना
एक-दो बरस ज़रा दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर ना कहना
पर्बत से घनघोर घटाएँ टकराएँ
तो क्या हो? बरसात हो
तेरे दिल से मेरा दिल मिल जाएँ
तो क्या हो? बारात हो
जाने कब बरसात हो, जाने कब बारात हो
मेरा दिल तो चाहे आज की रात मिलन की रात हो
(क्यूँ? क्यूँ? क्यूँ? क्यूँ? क्योंकि)
तू १६ बरस की, मैं १७ बरस का
तू १६ बरस की, मैं १७ बरस का
मिल जाए नैना
एक-दो बरस ज़रा दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर ना कहना
सच्चे प्रेमी सब मिलते हैं
अब देखें हम कब मिलते हैं
मिलने में अब क्या मुश्किल है?
तेरी-मेरी एक मंज़िल है
दूर है, वो नज़दीक नहीं है
अब ये मिलने ठीक नहीं है
(क्यूँ? क्यूँ? क्यूँ? क्यूँ? क्योंकि)
मैं १६ बरस की, तू १७ बरस का
मैं १६ बरस की, तू १७ बरस का
मिल ना जाए नैना
कुछ भी हो, मुश्किल है दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर ना कहना
हो, एक-दो बरस ज़रा दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर ना कहना
मैं १६ बरस की, मैं १७ बरस का
मैं १६ बरस की, मैं १७ बरस का
मैं १६ बरस की, तो मैं १७ बरस का
१६, १७, १७? १६?
मिल ना जाए नैना
एक-दो बरस ज़रा दूर रहना
एक-दो बरस ज़रा दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर ना कहना
मैं १६ बरस की, तू १७ बरस का
मैं १६ बरस की, तू १७ बरस का
मिल ना जाए नैना
कुछ भी हो, मुश्किल है दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर ना कहना
तू १६ बरस की, मैं १७ बरस का
तू १६ बरस की, मैं १७ बरस का
मिल जाए नैना
एक-दो बरस ज़रा दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर ना कहना
पर्बत से घनघोर घटाएँ टकराएँ
तो क्या हो? बरसात हो
तेरे दिल से मेरा दिल मिल जाएँ
तो क्या हो? बारात हो
जाने कब बरसात हो, जाने कब बारात हो
मेरा दिल तो चाहे आज की रात मिलन की रात हो
(क्यूँ? क्यूँ? क्यूँ? क्यूँ? क्योंकि)
तू १६ बरस की, मैं १७ बरस का
तू १६ बरस की, मैं १७ बरस का
मिल जाए नैना
एक-दो बरस ज़रा दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर ना कहना
सच्चे प्रेमी सब मिलते हैं
अब देखें हम कब मिलते हैं
मिलने में अब क्या मुश्किल है?
तेरी-मेरी एक मंज़िल है
दूर है, वो नज़दीक नहीं है
अब ये मिलने ठीक नहीं है
(क्यूँ? क्यूँ? क्यूँ? क्यूँ? क्योंकि)
मैं १६ बरस की, तू १७ बरस का
मैं १६ बरस की, तू १७ बरस का
मिल ना जाए नैना
कुछ भी हो, मुश्किल है दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर ना कहना
हो, एक-दो बरस ज़रा दूर रहना
कुछ हो गया तो फिर ना कहना
मैं १६ बरस की, मैं १७ बरस का
मैं १६ बरस की, मैं १७ बरस का
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma Lyrics powered by www.musixmatch.com