Do Baatein Ho Sakti Hai Songtext
von Kumar Sanu
Do Baatein Ho Sakti Hai Songtext
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
या दुनिया से तू डरती है...
या दुनिया से तू डरती है, या क़दर नहीं मेरे प्यार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
या दुनिया से तू डरती है...
या दुनिया से तू डरती है, या क़दर नहीं मेरे प्यार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
कब से खड़ा मैं राहों में अपना दिल बिछाए, हाए-हाए-हाए
हो, कब से खड़ा मैं राहों में अपना दिल बिछाए
लेकिन मेरी मोहब्बत पे तुझको यक़ीं ना आए
लेकिन मेरी मोहब्बत पे तुझको यक़ीं ना आए
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे तक़रार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे तक़रार की
या दिल है तेरा पत्थर का...
या दिल है तेरा पत्थर का, या चाहत नहीं दिलदार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
डर है कहीं इस जीवन का सपना टूट ना जाए, हाए-हाए-हाए
हो, डर है कहीं इस जीवन का सपना टूट ना जाए
मैं बन जाऊँ पागल और दुनिया हँसी उड़ाए
मैं बन जाऊँ पागल और दुनिया हँसी उड़ाए
दो बातें हो सकती हैं, अब तो जीत या हार की
दो बातें हो सकती हैं, अब तो जीत या हार की
कह दे मुझसे मैं मर जाऊँ...
कह दे मुझसे मैं मर जाऊँ या थाम ले बाँहें यार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
या दुनिया से तू डरती है...
या दुनिया से तू डरती है, या क़दर नहीं मेरे प्यार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
या दुनिया से तू डरती है...
या दुनिया से तू डरती है, या क़दर नहीं मेरे प्यार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
कब से खड़ा मैं राहों में अपना दिल बिछाए, हाए-हाए-हाए
हो, कब से खड़ा मैं राहों में अपना दिल बिछाए
लेकिन मेरी मोहब्बत पे तुझको यक़ीं ना आए
लेकिन मेरी मोहब्बत पे तुझको यक़ीं ना आए
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे तक़रार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे तक़रार की
या दिल है तेरा पत्थर का...
या दिल है तेरा पत्थर का, या चाहत नहीं दिलदार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
डर है कहीं इस जीवन का सपना टूट ना जाए, हाए-हाए-हाए
हो, डर है कहीं इस जीवन का सपना टूट ना जाए
मैं बन जाऊँ पागल और दुनिया हँसी उड़ाए
मैं बन जाऊँ पागल और दुनिया हँसी उड़ाए
दो बातें हो सकती हैं, अब तो जीत या हार की
दो बातें हो सकती हैं, अब तो जीत या हार की
कह दे मुझसे मैं मर जाऊँ...
कह दे मुझसे मैं मर जाऊँ या थाम ले बाँहें यार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
दो बातें हो सकती हैं, सनम, तेरे इनकार की
Writer(s): Anu Malik, Faaiz Anwar Lyrics powered by www.musixmatch.com