Yeh Jo Zindagi Ki Kitaab Hai Songtext
von Jagjit Singh
Yeh Jo Zindagi Ki Kitaab Hai Songtext
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये किताब भी क्या किताब है
कहीं इक हसीन सा ख़्वाब है
कहीं जानलेवा अज़ाब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये किताब भी क्या किताब है
कहीं छाँव है, कहीं धूप है
कहीं और ही कोई रूप है
कहीं छाँव है, कहीं धूप है
कहीं और ही कोई रूप है
कई चेहरे इसमें छुपे हुए
कई चेहरे इसमें छुपे हुए
एक अजीब सी ये नक़ाब है
कहीं इक हसीन सा ख़्वाब है
कहीं जानलेवा अज़ाब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये किताब भी क्या किताब है
कहीं खो दिया, कहीं पा लिया
कहीं रो लिया, कहीं गा लिया
कहीं खो दिया, कहीं पा लिया
कहीं रो लिया, कहीं गा लिया
कहीं छीन लेती है हर ख़ुशी
कहीं छीन लेती है हर ख़ुशी
कहीं मेहरबाँ बेहिसाब है
कहीं इक हसीन सा ख़्वाब है
कहीं जानलेवा अज़ाब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये किताब भी क्या किताब है
कहीं आँसुओं की है दास्ताँ
कहीं मुस्कुराहटों का बयाँ
कहीं आँसुओं की है दास्ताँ
कहीं मुस्कुराहटों का बयाँ
कहीं बरकतों की हैं बारिशें
कहीं बरकतों की हैं बारिशें
कहीं तिश्नगी बेहिसाब है
कहीं इक हसीन सा ख़्वाब है
कहीं जानलेवा अज़ाब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये किताब भी क्या किताब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये किताब भी क्या किताब है
कहीं इक हसीन सा ख़्वाब है
कहीं जानलेवा अज़ाब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये किताब भी क्या किताब है
कहीं छाँव है, कहीं धूप है
कहीं और ही कोई रूप है
कहीं छाँव है, कहीं धूप है
कहीं और ही कोई रूप है
कई चेहरे इसमें छुपे हुए
कई चेहरे इसमें छुपे हुए
एक अजीब सी ये नक़ाब है
कहीं इक हसीन सा ख़्वाब है
कहीं जानलेवा अज़ाब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये किताब भी क्या किताब है
कहीं खो दिया, कहीं पा लिया
कहीं रो लिया, कहीं गा लिया
कहीं खो दिया, कहीं पा लिया
कहीं रो लिया, कहीं गा लिया
कहीं छीन लेती है हर ख़ुशी
कहीं छीन लेती है हर ख़ुशी
कहीं मेहरबाँ बेहिसाब है
कहीं इक हसीन सा ख़्वाब है
कहीं जानलेवा अज़ाब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये किताब भी क्या किताब है
कहीं आँसुओं की है दास्ताँ
कहीं मुस्कुराहटों का बयाँ
कहीं आँसुओं की है दास्ताँ
कहीं मुस्कुराहटों का बयाँ
कहीं बरकतों की हैं बारिशें
कहीं बरकतों की हैं बारिशें
कहीं तिश्नगी बेहिसाब है
कहीं इक हसीन सा ख़्वाब है
कहीं जानलेवा अज़ाब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये जो ज़िंदगी की किताब है
ये किताब भी क्या किताब है
Writer(s): Jagjit Singh, Rajesh Reddy Lyrics powered by www.musixmatch.com