O Re Kanchi Songtext
von Anu Malik
O Re Kanchi Songtext
झूम चमेली, झूम चमेली झाझर वाली झूम-झूम
घूम चमेली, घूम चमेली झाझर वाली घूम-घूम
ओ रे काँची
ओ रे काँची
काँच की गुड़िया
होठो मे बाँधे प्रेम की पुड़िया
ना उसे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
ना उसे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
सुनियो-सुनियो
सुनियो-सुनिया मिश्री से मीठी
आँखो मे बंद है बात रसीली
ना उन्हे खोले ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
ना उन्हे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
झूम चमेली, झूम चमेली झाझर वाली झूम-झूम
घूम चमेली, घूम चमेली झाझर वाली घूम-घूम
पहाड़ी पार चलना है तो परबत हटा दूँ
घटाओ मे कही छुपना है तो सावन बुला दूँ
महुआ-महुआ मेहका-मेहका
मेहका-मेहका महुआ-महुआ
पहाड़ी पार चलना है तो परबत हटा दूँ
घटाओ मे कही छुपना है तो सावन बुला दूँ
कोई उड़ाता हुआ पंछी बता देगा ठिकाना
जहाँ से दिन निकलता है उसी टीले पे आना
महुआ-महुआ मेहका-मेहका
मेहका-मेहका महुआ-महुआ
ओ रे काँची
काँच की गुड़िया
होठों मे बाँधे प्रेम की पुड़िया
ना उसे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
सुनियो सुनियो मिश्री से मीठी
आँखो मे बंद है बात रसीली
ना उन्हें खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
ओ रे काँची
तेरा कोई परिचय हो तो अए सुंदरी बता दे
बड़ी मीठी तेरी मुस्कान है मुंदरी बना दे
महुआ-महुआ मेहका-मेहका
मेहका-मेहका महुआ-महुआ
तेरा कोई परिचय हो तो अए सुंदरी बता दे
बड़ी मीठी तेरी मुस्कान है मुंदरी बना दे
है परदेसी मुझे भूल जाएगा कही पे
दे वचन मै पहन लूँ उसे गहना समझ के
महुआ-महुआ मेहका-मेहका
मेहका-मेहका महुआ-महुआ
ओ रे काँची
काँच की गुड़िया
होठों मे बाँधे प्रेम की पुड़िया
ना उसे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
सुनियो सुनियो मिश्री से मीठी
आँखो मे बंद है बात रसीली
ना उन्हे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
ना उन्हे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
ओ रे काँची, ओ रे काँची, ओ रे काँची
घूम चमेली, घूम चमेली झाझर वाली घूम-घूम
ओ रे काँची
ओ रे काँची
काँच की गुड़िया
होठो मे बाँधे प्रेम की पुड़िया
ना उसे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
ना उसे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
सुनियो-सुनियो
सुनियो-सुनिया मिश्री से मीठी
आँखो मे बंद है बात रसीली
ना उन्हे खोले ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
ना उन्हे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
झूम चमेली, झूम चमेली झाझर वाली झूम-झूम
घूम चमेली, घूम चमेली झाझर वाली घूम-घूम
पहाड़ी पार चलना है तो परबत हटा दूँ
घटाओ मे कही छुपना है तो सावन बुला दूँ
महुआ-महुआ मेहका-मेहका
मेहका-मेहका महुआ-महुआ
पहाड़ी पार चलना है तो परबत हटा दूँ
घटाओ मे कही छुपना है तो सावन बुला दूँ
कोई उड़ाता हुआ पंछी बता देगा ठिकाना
जहाँ से दिन निकलता है उसी टीले पे आना
महुआ-महुआ मेहका-मेहका
मेहका-मेहका महुआ-महुआ
ओ रे काँची
काँच की गुड़िया
होठों मे बाँधे प्रेम की पुड़िया
ना उसे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
सुनियो सुनियो मिश्री से मीठी
आँखो मे बंद है बात रसीली
ना उन्हें खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
ओ रे काँची
तेरा कोई परिचय हो तो अए सुंदरी बता दे
बड़ी मीठी तेरी मुस्कान है मुंदरी बना दे
महुआ-महुआ मेहका-मेहका
मेहका-मेहका महुआ-महुआ
तेरा कोई परिचय हो तो अए सुंदरी बता दे
बड़ी मीठी तेरी मुस्कान है मुंदरी बना दे
है परदेसी मुझे भूल जाएगा कही पे
दे वचन मै पहन लूँ उसे गहना समझ के
महुआ-महुआ मेहका-मेहका
मेहका-मेहका महुआ-महुआ
ओ रे काँची
काँच की गुड़िया
होठों मे बाँधे प्रेम की पुड़िया
ना उसे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
सुनियो सुनियो मिश्री से मीठी
आँखो मे बंद है बात रसीली
ना उन्हे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
ना उन्हे खोले, ना मुँह से बोले
पलको पे रख के आँखो से तौले
ओ रे काँची, ओ रे काँची, ओ रे काँची
Writer(s): Gulzar, Anu Malik Lyrics powered by www.musixmatch.com