Taal Pe Jab Songtext
von Alka Yagnik
Taal Pe Jab Songtext
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हो, ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हम हैं दीवाने, हम हैं दीवाने ये कहानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हम हैं दीवाने ये कहानी चली
तेरी नज़र की धूप है, जिसने मुझको रूप दिया है
निखर गई हूँ, सँवर गई हूँ जबसे प्यार किया है
तेरी नज़र की धूप है, जिसने मुझको रूप दिया है
निखर गई हूँ, सँवर गई हूँ जबसे प्यार किया है
सच तो ये है सनम, है ये तेरा करम
होश सारा गँवा के दीवानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हम हैं दीवाने ये कहानी चली
सच कहता हूँ मैंने जब से थामा है ये आँचल
मेरी दुनिया में हरपल है जैसे कोई हलचल
सच कहता हूँ मैंने जब से थामा है ये आँचल
मेरी दुनिया में हरपल है जैसे कोई हलचल
सपने सजने लगे, साज़ बजने लगे
बदला मौसम हवा जो सुहानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हम हैं दीवाने ये कहानी चली
हो, ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हम हैं दीवाने, हम हैं दीवाने ये कहानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हम हैं दीवाने ये कहानी चली
तेरी नज़र की धूप है, जिसने मुझको रूप दिया है
निखर गई हूँ, सँवर गई हूँ जबसे प्यार किया है
तेरी नज़र की धूप है, जिसने मुझको रूप दिया है
निखर गई हूँ, सँवर गई हूँ जबसे प्यार किया है
सच तो ये है सनम, है ये तेरा करम
होश सारा गँवा के दीवानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हम हैं दीवाने ये कहानी चली
सच कहता हूँ मैंने जब से थामा है ये आँचल
मेरी दुनिया में हरपल है जैसे कोई हलचल
सच कहता हूँ मैंने जब से थामा है ये आँचल
मेरी दुनिया में हरपल है जैसे कोई हलचल
सपने सजने लगे, साज़ बजने लगे
बदला मौसम हवा जो सुहानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
ताल पे जब ये ज़िंदगानी चली
हम हैं दीवाने ये कहानी चली
Writer(s): Javed Akhtar, Anu Malik Lyrics powered by www.musixmatch.com