Chandani Si Songtext
von Alka Yagnik
Chandani Si Songtext
चाँदनी से धुली सी रात में
एक ख़ुशबू सी है हर बात में
चाँदनी से धुली सी रात में
एक ख़ुशबू सी है हर बात में
हैं सितारे मेरे क़दमों के तले
हैं सितारे मेरे क़दमों के तले
हैं सितारे मेरे क़दमों के तले
हाथ है आज उनके हाथ में
हाथ है आज उनके हाथ में
चाँदनी से धुली सी रात में
पास आके भी क्यूँ हैं दूरियाँ?
पास आके भी क्यूँ हैं दूरियाँ?
पास आके भी क्यूँ हैं दूरियाँ?
कोई प्यासा है क्यूँ बरसात में?
कोई प्यासा है क्यूँ बरसात में?
चाँदनी से धुली सी रात में
दिल की नादानियों से तंग हूँ
दिल की नादानियों से तंग हूँ
दिल की नादानियों से तंग हूँ
बात सुनता नहीं जज़्बात में
बात सुनता नहीं जज़्बात में
चाँदनी से धुली सी रात में
इश्क़ और ये ज़माने की बंदीशें
इश्क़ और ये ज़माने की बंदीशें
इश्क़ और ये ज़माने की बंदीशें
देखिए, क्या हो इन हालात में
देखिए, क्या हो इन हालात में
चाँदनी से धुली सी रात में
एक ख़ुशबू सी है हर बात में
चाँदनी से धुली सी रात में
एक ख़ुशबू सी है हर बात में
चाँदनी से धुली सी रात में
एक ख़ुशबू सी है हर बात में
हैं सितारे मेरे क़दमों के तले
हैं सितारे मेरे क़दमों के तले
हैं सितारे मेरे क़दमों के तले
हाथ है आज उनके हाथ में
हाथ है आज उनके हाथ में
चाँदनी से धुली सी रात में
पास आके भी क्यूँ हैं दूरियाँ?
पास आके भी क्यूँ हैं दूरियाँ?
पास आके भी क्यूँ हैं दूरियाँ?
कोई प्यासा है क्यूँ बरसात में?
कोई प्यासा है क्यूँ बरसात में?
चाँदनी से धुली सी रात में
दिल की नादानियों से तंग हूँ
दिल की नादानियों से तंग हूँ
दिल की नादानियों से तंग हूँ
बात सुनता नहीं जज़्बात में
बात सुनता नहीं जज़्बात में
चाँदनी से धुली सी रात में
इश्क़ और ये ज़माने की बंदीशें
इश्क़ और ये ज़माने की बंदीशें
इश्क़ और ये ज़माने की बंदीशें
देखिए, क्या हो इन हालात में
देखिए, क्या हो इन हालात में
चाँदनी से धुली सी रात में
एक ख़ुशबू सी है हर बात में
चाँदनी से धुली सी रात में
Writer(s): Javed Akhtar, Rajinder Singh Panesar Lyrics powered by www.musixmatch.com