Kabira Songtext
von Agnee
Kabira Songtext
कबीरा जब पैदा हुए तो जग हँसा, हम रोए
ऐसी करनी कर चलो हम हँसे, जग रोए
कबीरा जब पैदा हुए तो जग हँसा, हम रोए
ऐसी करनी कर चलो हम हँसे, जग रोए
कबीरा, ओ
कबीरा, ओ
सात जनम के सात फेरे साँप-सीढ़ी है भाई
सात जनम के सात फेरे हैं साँप-सीढ़ी है भाई
जम का दंड मुंड में लागै...
जम का दंड मुंड में लागै धरी रहै चतुराई
कबीरा जब पैदा हुए तो जग हँसा, हम रोए
ऐसी करनी कर चलो हम हँसे, जग रोए
कबीरा, ओ, कबीरा
पाँच तत्व कै पाँच पंच हैं, पाँच व्याद जग डोले
पाँच तत्व कै पाँच पंच हैं, पाँच व्याद जग डोले
पंचम सुर में अनहद गूँजै...
पंचम सुर में अनहद गूँजै, दसों द्वार को खोले
कबीरा जब पैदा हुए तो जग हँसा, हम रोए
ऐसी करनी कर चलो हम हँसे, जग रोए
(कबीरा जब पैदा हुए तो जग हँसा, हम रोए)
(ऐसी करनी कर चलो हम हँसे, जग रोए) कबीरा
कबीरा, ओ
कबीरा, कबीरा, कबीरा, कबीरा
ऐसी करनी कर चलो हम हँसे, जग रोए
कबीरा जब पैदा हुए तो जग हँसा, हम रोए
ऐसी करनी कर चलो हम हँसे, जग रोए
कबीरा, ओ
कबीरा, ओ
सात जनम के सात फेरे साँप-सीढ़ी है भाई
सात जनम के सात फेरे हैं साँप-सीढ़ी है भाई
जम का दंड मुंड में लागै...
जम का दंड मुंड में लागै धरी रहै चतुराई
कबीरा जब पैदा हुए तो जग हँसा, हम रोए
ऐसी करनी कर चलो हम हँसे, जग रोए
कबीरा, ओ, कबीरा
पाँच तत्व कै पाँच पंच हैं, पाँच व्याद जग डोले
पाँच तत्व कै पाँच पंच हैं, पाँच व्याद जग डोले
पंचम सुर में अनहद गूँजै...
पंचम सुर में अनहद गूँजै, दसों द्वार को खोले
कबीरा जब पैदा हुए तो जग हँसा, हम रोए
ऐसी करनी कर चलो हम हँसे, जग रोए
(कबीरा जब पैदा हुए तो जग हँसा, हम रोए)
(ऐसी करनी कर चलो हम हँसे, जग रोए) कबीरा
कबीरा, ओ
कबीरा, कबीरा, कबीरा, कबीरा
Writer(s): Agnee Lyrics powered by www.musixmatch.com