Woh Chand Khila Woh Tare Hanse, Pt. 2 Songtext
von Lata Mangeshkar & Mukesh
Woh Chand Khila Woh Tare Hanse, Pt. 2 Songtext
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
समझने वाले समझ गए हैं
ना समझे, ना समझे वो अनाड़ी है
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
समझने वाले समझ गए हैं
ना समझे, ना समझे वो अनाड़ी है
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
चाँदी सी चमकती राहें
वो देखो झूम-झूम के बुलाएँ
चाँदी सी चमकती राहें
वो देखो झूम-झूम के बुलाएँ
किरणों ने पसारी बाँहें
कि अरमाँ नाच-नाच लहराए
बाजे दिल के तार, गाए ये बहार
उभरे हैं प्यार जीवन में
बाजे दिल के तार, गाए ये बहार
उभरे हैं प्यार जीवन में
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
समझने वाले समझ गए हैं
ना समझे, ना समझे वो अनाड़ी है
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
किरणों ने चुनरिया तानी
बहारें किस पे आज हैं दीवानी
किरणों ने चुनरिया तानी
बहारें किस पे आज हैं दीवानी
चंदा की चाल मस्तानी
है पागल जिस पे रात की रानी
तारों का जाल, ले-ले दिल निकाल
पूछो ना हाल मेरे दिल का
तारों का जाल, ले-ले दिल निकाल
पूछो ना हाल मेरे दिल का
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
समझने वाले समझ गए हैं
ना समझे, ना समझे वो अनाड़ी है
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
ये रात अजब मतवारी है
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
समझने वाले समझ गए हैं
ना समझे, ना समझे वो अनाड़ी है
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
समझने वाले समझ गए हैं
ना समझे, ना समझे वो अनाड़ी है
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
चाँदी सी चमकती राहें
वो देखो झूम-झूम के बुलाएँ
चाँदी सी चमकती राहें
वो देखो झूम-झूम के बुलाएँ
किरणों ने पसारी बाँहें
कि अरमाँ नाच-नाच लहराए
बाजे दिल के तार, गाए ये बहार
उभरे हैं प्यार जीवन में
बाजे दिल के तार, गाए ये बहार
उभरे हैं प्यार जीवन में
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
समझने वाले समझ गए हैं
ना समझे, ना समझे वो अनाड़ी है
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
किरणों ने चुनरिया तानी
बहारें किस पे आज हैं दीवानी
किरणों ने चुनरिया तानी
बहारें किस पे आज हैं दीवानी
चंदा की चाल मस्तानी
है पागल जिस पे रात की रानी
तारों का जाल, ले-ले दिल निकाल
पूछो ना हाल मेरे दिल का
तारों का जाल, ले-ले दिल निकाल
पूछो ना हाल मेरे दिल का
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
समझने वाले समझ गए हैं
ना समझे, ना समझे वो अनाड़ी है
वो चाँद खिला, वो तारे हँसे
ये रात अजब मतवारी है
Writer(s): Jaikshan Shankar, Jaipuri Hasrat Lyrics powered by www.musixmatch.com